About Sare Jahan Se Achha Lyrics
Film: Aaj Ki Awaz
Artist: Mahendra Kapoor
Music Director: Ravi
Lyricist: Hasan Kamal
Filmstar: Raj Babbar/Smita Patil
Director: Ravi Chopra
Theme: Patriotic
Language: Hindi
Sare Jahan Se Achha Hindustan Hamara Lyrics in Hindi
सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा मोहम्मद इकबाल द्वारा उर्दू में लिखा गया एक देशभक्ति गीत है। यह भारत में सबसे प्रसिद्ध देशभक्ति गीतों में से एक माना जाता है और अक्सर भारत की स्वतंत्रता और संप्रभुता का जश्न मनाने के लिए गाया जाता है। यह गीत भारत की सुंदरता का जश्न मनाता है और देश के लिए कवि के प्रेम को व्यक्त करता है। गीत के बोल राष्ट्रीय गौरव और एकता का संदेश देते हैं और लोगों को राष्ट्र की भलाई के लिए मिलकर काम करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
सारे जहाँ से अच्छा, हिन्दोस्तां हमारा
सारे जहाँ से अच्छा, हिन्दोस्तां हमारा
हम बुलबुले हैं इसकी, वो गुलसितां हमारा हमारा
सारे जहाँ से अच्छा, हिन्दोस्तां हमारा
हम बुलबुले हैं इसकी, ये गुलसितां हमारा हमारा
सारे जहाँ से अच्छा
पर्वत वो सबसे ऊँचा, हमसाया आसमाँ का
पर्वत वो सबसे ऊँचा, हमसाया आसमाँ का
वो संतरी हमारा, वो पासबाँ हमारा,
सारे जहाँ से अच्छा
गोदी में खेलती हैं, इसकी हज़ारों नदियां
गोदी में खेलती हैं, इसकी हज़ारों नदियां
गुलशन है जिसके दम से, रश्क-ए-जनां हमारा हमारा
सारे जहाँ से अच्छा, हिन्दोस्तां हमारा
हम बुलबुले हैं इसकी, ये गुलसितां हमारा हमारा
सारे जहाँ से अच्छा….
मजहब नहीं सिखाता, आपस में बैर रखना
हिन्दी हैं हम हिन्दी हैं हम हिन्दी हैं हम
वतन हैं, हिन्दोस्तां हमारा हमारा
सारे जहाँ से अच्छा, हिन्दोस्तां हमारा
हम बुलबुले हैं इसकी, ये गुलसितां हमारा
सारे जहाँ से अच्छा, हिन्दोस्तां हमारा हमारा
सारे जहाँ से अच्छा….
Sare Jahan Se Achha Hindustan Hamara Lyrics in English
“Sare Jahan Se Achha Hindustan Hamara” is a patriotic song written in Urdu by poet Mohammad Iqbal. It is considered one of the most famous patriotic songs in India and is often sung to celebrate India’s independence and sovereignty. The song celebrates the beauty of India and expresses the poet’s love for the country. The lyrics of the song convey a message of national pride and unity, and encourage people to work together for the betterment of the nation.
saare jahaan se achcha hindostaan hamaraa
hum bul bulain hai is kee, ye gulsitan hamaraa…..
parbat vo sabse unchaa hum saaya aasma kaa
vo santaree hamaraa, vo paasbaan hamaraa…..
godee mein khel tee hain is kee hazaaron nadiya
gulshan hai jinke dum se, rashke janna hamaraa
mazhab nahee sikhataa apas mein bayr rakhnaa
hindee hai hum, vatan hai hindostaan hamaraa
saare jahaan se achcha hindostaan hamaraa
hum bul bulain hai is kee, ye gulsitan hamaraa
saare jahaan se achcha hindostaan hamaraa
saare jahaan se achcha….
History of Sare Jahan Se Achha Hindustan Hamara Lyrics
“सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा” कवि और दार्शनिक मोहम्मद इकबाल ने 20वीं सदी की शुरुआत में लिखा था। गीत को शुरू में एक कविता के रूप में बनाया गया था और बाद में इसे संगीत के लिए सेट किया गया था। यह ब्रिटिश शासन के खिलाफ स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भारत में लोकप्रिय हुआ और अक्सर राजनीतिक सभाओं और रैलियों में गाया जाता था।
1947 में भारत को स्वतंत्रता मिलने के बाद, यह गीत एक लोकप्रिय देशभक्ति गीत बना रहा और इसे अक्सर राष्ट्रीय छुट्टियों और विशेष अवसरों पर बजाया जाता है। इसे राष्ट्रीय गौरव और देश के प्रति प्रेम का गान माना जाता है, और यह भारत की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत का प्रतीक बन गया है।
इस गीत का कई भाषाओं में अनुवाद किया गया है और यह भारतीय उपमहाद्वीप में व्यापक रूप से जाना और पसंद किया जाता है। इसके गीत भारत की सुंदरता और विविधता का जश्न मनाते हैं और अपनी मातृभूमि के लिए कवि की लालसा को व्यक्त करते हैं। यह गीत भारत की सांस्कृतिक पहचान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बना हुआ है और कई भारतीयों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।